COAL INDIA डीजल का उपयोग न करके बचाएगी सालाना 500 करोङ , ङम्पर्स में शुरु किया LNG KIT लगाया़।

हाल ही में राष्ट्रीय खनन कपनी  COAL INDIA  LTD. के द्वारा  एक PROJECT  शुरु किया गया हैै। जिसका नाम Pilot Project हैै। 



PILOT  PROJECT क्या है। :-  
         

 सर्वजनिक क्षेत्र की कोयला खनन Company  COAL INDIA LIMITED ( CIL ) ने मंगलवार को एक प्रोजेक्ट शुरु किया जिसका नाम पायलट प्रोजेक्ट  है। इसमें क्या है की सभी कोयला खनन  कम्पनी में जीतने भी ङम्पर्स ( dumpers) काम करते है। उन सब में LNG KIT ( liquefied natural gas kit ) लगाने का काम हो रहा है। जो कोयला खनन में कोयला ़़ढ़ोने ( ढुलाई ) का काम करती है। जिसे हम ट्रक कहते है। 

 

      इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है क्योकी दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कम्पनी हर साल 4 लाख किलोलीटर डीजल का उपयोग करती है जिस पर कम्पनी का वार्षिक खर्च 3000 करोड रुपये से भी अधिक होता है। कम्पनी का काहना है की के उपयोग से डीजल की खपत में 30% से 40% की कमी आएगी और ईधन की लागत भी लगभग 15% घट जाएगी। इस कदम से कार्बन उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कमी आएगी और कम्पनी का यह भी कहना है की यदि डम्पर्स ( dumpers ) सहित सभी मैजुद heavy earth moving machine में फिट कर दी जाती है तो इससे सालाना 500 करोड रुपये की बचत होगी।

CIL ( coal india limitd ) ने मंगलवार को इस की शुरुआत करने के लिए कई कंम्पनिया जैसे GAIL और BEML ( Bharat Earth Movers limited ) के साथ समझौता निवेदन पर हस्ताझर किए। एक बार LNG  KIT सफलतापुर्वक लग जाने  और परीझण पूरा होने के बाद, ये डम्पर्स दोहरे ईंधन सिस्टम LNG  और डीजल पर चलने के  लिए उपलब्ध होंगे। के उपयोग के साथ इनका परिचालन सस्ता और स्वच्छ होगा।

अब जितने भी Vehicle और डम्पर्स  डिजल की बजाय तरल प्रकृतिक गैस से चलेगी इससे BCCAL समेत अन्य कंपनियों में डीजल चोरी पर रोक लगेगा और इससे मिलावट से भी छुटकारा मिलेगा।

यही नहीं पर्यावरण को भी लाभ होगा। इसी तरह ऊर्जा की बचत करने के लिए परंपरागत लाइटों को हटाकर उसके स्थान पर दो लाख LED लाइट लगाई जाएगी।

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